धर्म एवं दर्शन >> श्रीबजरंग बाण श्रीबजरंग बाणगोस्वामी तुलसीदास
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कष्ट निवारण के लिए गोस्वामीजी द्वारा रचित एक ऐसा सूत्र जो कष्टों को सहने की अदुभुत क्षमता देता है।
श्रीबजरंग बाण
।।श्रीराम।।ध्यान
अतुलित बलधामं हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं, ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपति प्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
।। दोहा।।
निश्चय प्रेम प्रतीत ते, विनय करें सनमान।।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।।
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